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________________ प्रमण्याकरणपत्रे वधारणार्थः । हिंसादिभेदतः पञ्चविधा एर आत्रमाः सन्तीत्यर्थः। अनेन दशाध्य यनस्य प्रश्नव्याकरणसूनस्याघानि पञ्चाध्ययनानि सूचितानि । स०२।। ___ अथ प्रथमाध्ययने कतिद्वाराणि ' इति द्वारनिरूपणार्य श्री सुधर्मास्वामी जम्यूस्वामिन प्रत्याह-'जारिसओ' इत्यादि। मूलम्-जारिसओ१, जनामा२, जहयकओ३, जारिसं फल देइट। जेवि य करेंति पाव ५, पाणवह त निसामेह ॥सू०३॥ टीका-स माणिवधरूप आसन 'जारिसओ' याटशका यत्स्वरूपः, यादृशं तस्य स्वस्पमस्ति, 'जनामा' यन्नामा यानि यत्सख्यकानि नामानि सन्ति यस्येति स यन्नामा भवति । 'जयकओ' यथा च कृतःम्माणिभिः यथा येन भन्दतीवादिपरिणामेन कृताम्समाचरित -आचरणविषयीकृतः। आचरितः सन् 'जारिस' याश नरकगमनादिक फल 'देइ' ददाति । 'जेवि य' येऽपि च 'पावा' समुच्चयार्थक है और “ एव" शब्द अवधारणार्थक है। इससे यह पुष्ट होता है कि आस्त्रच, हिंसा आदि के भेद से पाच ही प्रकार का है। कमती बढती नहीं है। इस कथन से सूत्रकार ने दस अध्ययनात्मक इस प्रश्नव्याकरण शास्त्र के आदि के पाच अ ययन सूचित किये हैं।।सु २॥ ___ अब सुधर्मास्वामी " प्रथम अध्ययन में कितने द्वार हैं " इस जबू स्वामी के प्रश्न का उत्तर देने के लिये द्वार निरूपण के निमित्त कहते हैं 'जारिसओज नामा' इत्यादि। टीकार्थ-यह प्राणियधरूप आरव (जारिसओ) जैसा है (ज नामा) जितने इसके नाम है (जयकओ)प्राणियोद्वारा यर जिन मन्द तीव्र आदि परिणामो से किया जाने पर (जारिस फल देइ ) जिस प्रकार का उन्हें मन " एव" ५६ अवधार्थ छ तनाथी ये पातने पुष्टि भने छ કે આસવ, હિસા આદિના ભેદથી પાચ જ પ્રકારના છે વધારે કે ઓછા નથી આ કથનથી સૂવરે દર અધ્યયનવાળા આ પ્રશ્નવ્યાણ સ્ત્રના શરૂઆતના પાચ અધ્યયન સૂચિત કર્યો છે કે સૂ ૨ ! હવે સુધર્માસ્વામી “ પ્રથમ અવ્યયનમાં કેટલા દ્વાર છે એ પ્રકારના જબૂસ્વામીના પ્રશ્નનો ઉત્તર દેવાને માટે દ્વાનિરૂપણને નિમિત્ત કહે છે"जारिसओ ज नामा" त्यादि। साथ-सा प्रावध३५ मात्र "जारिसओ"पोछे, "ज नामा" २८सा का नाम छ, “जहयकओ" प्रभा द्वारा ते भ६, तीन माह परिणाभाथी रात "जारिस पल देइ" २ नु तेभने न२५॥३५ १ मा छ, तथा
SR No.009349
Book TitlePrashna Vyakaran Sutram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1962
Total Pages1106
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_prashnavyakaran
File Size36 MB
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