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प्रमेयद्योतिका टीका प्र०२
नपुंसकस्वरूपनिरूपणम् ५६५ सामान्यतो विशेषतश्च नपुंसकानामन्तरं निरूप्य सम्प्रति - सामस्त्येन नारकतिर्यङ्मनुप्यनपुंसकानामल्पबहुत्वमाह – 'एएसिणं' इत्यादि,
मूलम् - 'एएसिणं भंते! रइयणपुंसगाणं तिरिक्खजोणियणपुंसगाणं मसणपुंसगाणयकयरेकयरे हितो जाव विसेसा हियावा ? गोमा ! सव्वत्थोवामणुस्सणपुंसगाणय कय रे कयरे हितो जा वविसे साहियावा ? गोयमा ! सव्वत्थोवा मणुस्सणपुंसगा रइयणपुंसगाअसंखेज्जगुणा तिरिक्खजोणियणपुंसगाअणंतगुणा । एएसिणं भंते! रयणप्पभापुढवीणेरयणपुंसगाणं जावअहे समपुढविणे रइयणपुंसगाणयकयरेकय रे हितोजा
साहियावा ? गोयमा ! सव्वत्थो वा अहेसत्तम पुढविणेरइयणपुंसगा छपुढविणेरइयणपुंसगा असंखेज्जगुणा जावदोच्चपुढविणेरइयणपुंसगा असंखेज्जयुणा । इसी सेश्यणप्पभाएपुढवीए णेरइयणपुंसगा असंखेज्जगुणा । एएसिणं भंते! तिरिक्खजोणियणपुंसगाणं एगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगाणं पुढविक्काइयजाववणस्सइकाइयए गिदियतिरिक्खजोणियणपुंस गाणं बेइदियतेइंदियचउरिदियपं । चदियतिरिक्खजोणिय णपुंसगाणंजलयराणं थलयराणं खहयराणयकयरे कय रे हितोजाव विसेसा हियावा ? गोयमा ! सव्वत्थो वा खहयर तिरिक्खजोणियणपुंसगा थलयरति रिक्खजो - णियणपुंसगा संखेज्जगुणा जलयरतिक्खिजोणियणपुंसगासंखेज्जगुणा चारेंदियतिरिक्खजोणियणपुंसंगाविसेसाहिया तेइंदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा विसेसाहिया बेइंदियतिरिक्खजोणियणपुलगा विसेसाहिया ते काय एगिदियतिविखजोणियणपुंसगा असंखेज्जगुणा पुढविक्काइय एगिदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा विसेसाहिया, आउक्काइयए । गेदियतिरिक्खजोणियणपुंसगा विसे साहिया, उक्का इयए गिदियतिरिक्खजोणियणपुरागा विसेसाहिया वणस्सइय काइय एगिदिय तिरिक्खजोणिय णपुंसगा अनंतगुणा ॥ एएसि णं भंते ! मणुस्सणपुंसगाणं कम्म भूमिगणपुंसगाणं अकम्मभूमिगणपुंस गाणं अंतरदावगणपुंसगणिय कयरे कयरेर्हितो अप्पावा बहुया तुल्लावा
वा