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________________ १७ द्वितीय श्रुतस्क का उपक्रम प्रथम वर्ग - पहला अध्ययन १८ कालीदेवीका वर्णन { दूसरा अध्ययन १९ रात्रीदेवीका वर्णन २० रजनी दारिका के चरित्रका निरूपण दूसरा वर्ग २१ शुभानि शुभादि देवीयोंके चरित्रका वर्णन तीसरा वर्ग २२ भकादि देवियोंके चरित्रका वर्णन चौथा वर्ग २३ रूपादि देवियों के चरित्रका वर्णन 1 तीसरा अध्ययन सातवा वर्ग २६ सूरमभादि देवियों के चारित्रका वर्णन आठवा वर्ग २७ चन्द्रमभादि देवियों के चरित्रका वर्णन नववा वर्ग २८ पद्मादिदेवियों के चरित्रका वर्णन दशवां वर्ग ७६१-८०५ २९ कृष्णादि देवियोंके चरित्रका वर्णन ३० शास्त्र प्रशस्ति ८०६-८१० पाचवा वर्ग २४ कमलादि देवियों के चरित्रका वर्णन छडा वर्ग २५ उत्तरदिशा के इन्द्र महाकाल आदिकोंकी भग्रम डिपियों का वर्णन ८३४ -८३५ ८११-८१४ ८१५-८१९ ८२०-८२५ ८२५-८२८ ८२९-८२३ ८३६-८३८ ८३९-८४२ ८४२-८४५ ८९६-८५१ ८५२
SR No.009330
Book TitleGnatadharmkathanga Sutram Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1963
Total Pages1222
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_gyatadharmkatha
File Size48 MB
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