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अनगारधर्मामृतपणी टी० ० २ ० १ ० १ कालीदेवी नम् ૭૭૨ तरणं सा कालिया दारिया अम्मापिईहि अम्भणुन्नाया समाणी हट्ट जाव हियया पहाया कयवलिकम्मा कायकोउय मंगलपायच्छित्ता सुद्धप्पवेसाइ मगलाई वत्थाइ पवर परिहिया अप्पमहाग्घाभरणालकियसरीरा चेडिया चक्कवालपरिकण्णा साओ गिहाओ पडिनिक्खमइ पडिनिक्खमित्ता जेणेव बाहिरिया उवठाणसाला जेणेव धम्मिए जाणप्पवरे तेणेव उवागच्छइ उवागच्छन्ता धम्मिय जाणपवर दूरुढा, तएण सा काली दारिया धम्मिय जाणपवर एव जहा दोवइ जाव पज्जुवासङ, तएणं पासे अरहा पुरिसादाणीए कालीए दारियाए तीसे य महइमहालया परिसाए धम्मं कहेइ, तएण सा काली दारिया पासरस अरहओ पुरिसादार्णायस्म अतिए धम्म सोच्चा पिसम्म हट्ट जाव हियया पास अरहं पुरिसादाणीयं तिक्खुत्तो वदइ नमसइ वदित्ता नमसित्ता एव व्यासी - सदहामिणभते । णिग्गंथ पावयण जाव से जहेय तुम्भ वयह, ज णवरं देवाणुपिया । अम्मापियरो आपुच्छामि, तणं अह देवाणुप्पियाण अतिए जाव पव्वयामि, अहासुह देवाणुप्पिए ।, तएण सा काली दारिया पासेण अरहया पुरिसादाणीएण एव वुत्ता समाणी हट्ट जाव हियया पास अरह वदइ नमसइ वदित्ता नमसित्ता तमेव धम्मिय जाणपवर दूरुहइ दूरुहित्ता पासस्त अरहओ पुरिसादाणीयस्स अतियाओ अवसालवणाओ चेइयाओ पडिनिक्खमइ पडिनिक्खमित्ता जेणेव आमलकप्पा नयरी तेणेव