SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 6
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पुत्तलिकानिर्माण मादिका वर्णन ति के स्वरूपका वर्णन चारित्रका वर्णन रित्रमे तालपिशाचका वर्णन चरित्रमे अरहनक श्रावकके चरित्रका वर्णन चरित्रका वर्णन पति रुचमी राजाकेचरित्रका वर्णन " शख" राजाकेचरित्रका वर्णन राजके चारित्रका वर्णन राजाके चरित्रका वर्णन मोके युद्धका वर्णन केयुद्धका वर्णन गरीके निरोधका वर्णन मितपुत्तलिका का वर्णन ओंके जातिस्मरणहोनाआदिका वर्णन पानके दीक्षावसरका निरूपण वान् के दीक्षोत्सवका वर्णन आदि उहाँ राजाओके दीक्षाग्रहणादिका वर्णन नवां अध्ययन मारकके चरित्रका वर्णन दशवा आययन वृद्धि और हानिकानिरूपण ग्यारहवा अध्ययन • आराधक और विराधकत्वहोनेका कथन ___ यारहवा अध्ययन (कके विषय में सुबुद्विका दृष्टात तेरहवा अध्ययन अध्ययनके सब धका निरूपण निरभवका निरूपण समाप्त २९७-३०० ३००-३२० ३२१-३३४ ३३४-३५० ३५०-३७२ ३७२-३८५ ३८५-३९६ ४९७-४१० ४१०-४३५ ४३५-४५७ ४५७-४६५ ४६६-४७१ ४७१-४८० ४८०-४९१ ४९१-५०१ ५०२-५१५ ५१५-५३९ ५४०-५५२ ५५३-६५५ ६५६-६६७ ६६८-६७८ ६७९-७२७ ७२८-७३० ७३१-७८८
SR No.009329
Book TitleGnatadharmkathanga Sutram Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1963
Total Pages1120
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_gyatadharmkatha
File Size34 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy