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आताधर्मकथासूत्रे
होत्था, तीसे सुवाहुदारियाए अन्नया चाउम्मासियमज्ज - ए जाए यावि होत्या, तरणं से रुपी कुणालाहिवई सुवाहुदारियाए चाउम्मासियजणय उवट्टिय जाणइ, जाणित्ता कोडुंबिय पुरिसे सहावेइ, सदावित्ता एव वयासी - एवं खलु देवाणुपिया | सुबाहुदारियाए कल चाउम्मासियमजणए भविस्सइ त क्लं तुभेण रायमग्गमोगाढसि मंडवं जलथलयदसद्भवन्नमल साहरेह जाव सिरिदामगंड ओलइंति । तएण से रुप्पी कुणालाहिवई सुवन्नगारसेणि सदावेइ सदावित्ता एवं वयासी - खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया । रायमग्गमोगाढसि पुप्फमडवसि णाणाविहपच वन्नेहि तदुलेहि नगर आलिहइ, तस्स बहुमज्झदेसभाए पट्टए रयेह, रएइत्ता जाव पञ्चप्पियति, तएणं से रुप्पी कुणालाहिवई हत्थिक्खधवरगए चाउरगिणीए सेणाए महया भडचडगरयहयरविदपरिक्खित्ते अतेउरपरियालसपरिवुडे सुबाहुं दारियं पुरओ कट्टु जेणेव रायमग्गे जेणेव पुप्फमडवे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता हत्थिखंधाओ पच्चीरुहइ, पच्चोरुहित्ता पुप्फमडव अणुपविसइ, अणुपविसिता सोहासणवरगए पुरस्थाभिमुहे सन्निसन्ने, तरणं ताओ अते उरियाओ सुबाहुदारिय पयसि दुरुहेति दुरुहिता सेयपीयएहि कलसेहि पहाणेंति, पहाणित्ता सव्वालकारविभूसिय करेंति करिता पिउणो पाय वदिउ उव