SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 442
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ भगवती स्ने भत्ते, अटुमे भत्ते, दसमे भत्ते, दुवालसमे भत्ते, चोदसमे भत्ते, अद्धमासिए भत्ते मासिए भत्ते तेमासिए भत्ते, जाव छम्मासिए भत्ते। से इत्तरिए । ले कि तं आवकहिए आवकहिए दुविहे पन्नत्ते तं जहा पाओवगमणे य सत्तपचखाणे य। से कि तं पाओवगमणे, पाओवगमणे दुविहे पन्नते तं जहा नीहारिमेय अनीहारिने य, अनीहारिमे य नियनं अपडिलमे । से तं पाओवगमणे। सेकि तं भत्तपञ्चक्खाणे, भत्तपञ्चकखाणे दुविहे पण्णत्ते। तं जहा-नीहारिमेय अनीहारिमे य नियमं सपडिकम्मे लेतंभत्तपंचक्खाणे ले त आवकहिए से तं अगसणे। लेक तं ओमोयरिया ओमोयरिया दुविहा पन्नत्ता तं जहा दब्बोमोयरिया य भालोमोयरिया य । से किं तं दबोमोयरिया, दबोमोयरिया दुविहा पन्नत्ता तं जहा उवगरणदव्वोमोयरिया य भत्तपाणदबोसोयरिया य से किं तं उवगरणदबोमोयरिया उवगरणदव्योमोयारिया तिविहा पन्नत्ता तं जहा एगे वत्थे एगे पाए चियत्तोवगारसाइज्जणया । सेत्तं उवगरणदव्योमोयरिया।से कि तं भत्तपाणदव्योमोयरिया भत्तपाणदव्वोमोयरिया अटकुक्कुडिअंडगप्पमाणमेत्ते कवले आहारं आहारेमाणे अप्पाहारे दुवालस० जहा सत्तमसए पढमोद्देसए जाव नो पकामरसमोइत्ति वत्तव्वं सिया। से तं भत्तपाणदवोमोयरिया। से तं दव्वोमोयरिया। से किं तं भावोमोयरिया? भावोमोयरिया अणेगविहा पन्नत्ता, तं जहा अप्पकोहे, जाव अप्पलोभे, अप्पसद्दे, अप्पझंज्झे अप्पतुमं तुमे । से तं भावोमोयरिया, से तं ओमोयरिया। से किं तं भिक्खायरिया, भिक्खायरिया अणेगविहा पन्नत्ता, तं जहा
SR No.009326
Book TitleBhagwati Sutra Part 16
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhasilal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1972
Total Pages708
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size50 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy