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मेरे ज्ञान का साथी ज्ञायक प्रभु परमात्मा ही है प्रत्यक्ष मेरे समक्ष सदैव ही मेरा साथी ही है मैं तो मेरे ही ज्ञायक को ही जानता, मानता हूँ इसीलिए शुभाशुभ कभी भी मेरे साथी ही नहीं.
मेरे ज्ञान का साथी ज्ञायक प्रभु परमात्मा ही है प्रत्यक्ष मेरे समक्ष सदैव ही मेरा साथी ही है.
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