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70. ॐ ह्रीं अर्हं मंत्रिणे नमः 72. ऊँ ह्रीं अर्हं अनंतगाय नमः 74. ऊँ ह्रीं अर्हं तंत्रकृते नमः 76. ऊँ ह्रीं अर्हं कृतांताताय नमः 78. ऊँ ह्रीं अर्हं कृतिने नमः 80. ऊँ ह्रीं अर्हं सत्कृत्याय नमः 82. ऊँ ह्रीं अर्हं कृतकृतये नमः 84. ऊँ ह्रीं अर्हं मृत्युजयाय नमः
86. ऊँ ह्रीं अर्हं अमृतात्मने नमः 88. ऊँ ह्रीं अर्हं ब्रह्मनिष्ठाय नमः 90. ऊँ ह्रीं अर्हं ब्रह्मात्मने नमः 92. ऊँ ह्रीं अर्हं महाब्रह्मपतये नमः 94. ॐ ह्रीं अर्हं महाब्रह्म पदेश्वराय नमः 96. ॐ ह्रीं अर्हं प्रसन्नात्मने नमः 98. ऊँ ह्रीं अर्हं प्रशमात्मने नमः 100. ऊँ ह्रीं अर्हं पुराण पुरूषोत्तमाय नमः
95. ऊँ ह्रीं अर्हं सुप्रसन्नाय नमः 97. ऊँ ह्रीं अर्हं ज्ञानधर्म-दमप्रभवे नमः 99. ॐ ह्रीं अर्हं प्रशांतात्मने नमः
स्थविष्ठादीनि नामानि शतं यस्य लसन्त्यहो । वृषभं नाभिसूनुं तं सततं चाष्टधा यजे ॥। 3 ॥ ऊँ ह्रीं स्थविष्ठप्रभृतिशतनामाङ्कित वृषभाय अघ्यं निर्वपामीति स्वाहा।
69. ऊँ ह्रीं अर्हं मंत्रकृते नमः 71. ऊँ ह्रीं अर्हं मंत्रमूर्तये नमः 73. ऊँ ह्रीं अर्हं स्वतंत्राय नमः 75. ऊँ ह्रीं अर्हं स्वान्ताय नमः 77. ऊँ ह्रीं अर्हं कृतांतकृते नमः 79. ऊँ ह्रीं अर्हं कृतार्थाय नमः 81. ऊँ ह्रीं अर्हं कृतकृत्याय नमः 83. ॐ ह्रीं अर्हं नित्याय नमः 85. ऊँ ह्रीं अर्हं अमृत्यवे नमः 87. ऊँ ह्रीं अर्हं अमृतोद्भवाय नमः 89. ऊँ ह्रीं अर्हं परब्रह्मणे नमः 91. ऊँ ह्रीं अर्हं ब्रह्मसंभवाय नमः 93. ॐ ह्रीं अर्हं ब्रह्येटे नमः
अथ प्रथमवलये चतुर्थकोष्ठे महाशोकध्वजादि शतनाम प्रत्येकायं 1. ऊँ ह्रीं अर्हं महाशोकध्वजाय नमः 2. ऊँ ह्रीं अर्हं अशोकाय नमः
3. ऊँ ह्रीं अर्हं काय नमः
5. ऊँ ह्रीं अर्हं पद्मविष्टराय नमः 7. ऊँ ह्रीं अर्हं पद्मसंभूतये नमः
4. ऊँ ह्रीं अर्हं सृष्टे नमः
6. ऊँ ह्रीं अर्हं पद्मेशाय नमः 8. ऊँ ह्रीं अर्हं पद्मनाभये नमः
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