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प्रकाशकके दो शब्द
इस 'बनारसी - नाममाला' और उसके रचयिता कविवर पण्डित बनारसीदासजोका संक्षिप्त परिचय आश्रम के विद्वान शास्त्री पं० परमानन्दजी ने अपनी 'प्रस्तावना' में दे दिया है। यहाँ पर सिर्फ इतना और प्रकट कर देना है कि ग्रंथकी उपयोगिताको बढ़ाने के लिये आधुनिक पद्धतिसे तय्यार किया गया 'शब्दानुक्रमरिका के रूप में एक 'शब्दकोष' भी साथ में लगाया जा रहा है, जिससे सहज ही में मूल कोष के अन्तर्गत शब्दों और उनके अर्थों को मालूम किया जा सकेगा, और इससे प्रस्तुत कोषका और भी अच्छी तरह से उपयोग हो सकेगा तथा उपयोग करनेवालोंके समय की काफी बचत होगी । इस शब्द कोषके तय्यार करने में