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गाथानुक्रमणिका तेरह कोडी देसे तो जत्थ समाहाणं तो देसकालचेट्ठा तोयमिव णालियाए तं मिच्छत्तं जमसइणं
70/3 16/13 20/13 74/13 107/1
96 215 216
228
थिरकयजोगाणं पुण
थ 18/13
216
63/1 24/1
4/7 5/7
142 142
6 225
6/1
188
139
160
दढ-गारव-पडिबद्धो दलिय-मयण-प्पयावा दव्व-गुण-पज्जए जे दव्व-गुण-पज्जए जे दव्वट्ठिय-णय-पयई दव्वाइमणेगाइं तीहि दव्वादिवदिक्कमणं दर्शनेन जिनेन्द्राणां दस अट्ठारस दसयं दस चदुरिगि सत्तारस दस चोइस अट्ठट्ठारस दसविह-सच्चे वयणे दस सण्णीणं पाणा दहि-गुडमिव वामिस्सं दाणे लाभे भोगे दाणंतराइयं दाणे दिव्वति जदो णिच्वं दीपो यथा निवृत्तिमभ्युपेतो दुओणदं जहाजादं
156
182
58/13 115/9
1/6 23/8
6/8 84/9 158/1 236/2 109/1 58/1 5/15 131/1
2/6 66/9
51 75
37
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139 178