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रान मिऊ पास विपदर फुलिंग नामाक्षर मंतौ सबसि ॥
॥ ये सभी हैन जो समन हो जाग कपम्प सर्वसिद्धिं जैनम् ।।
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ચિત્ર ૨૨૯ ભક્તામર કાવ્ય ૨૯ પૃ′ ૪૪૦
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ચિત્ર ૨૩૦ ભક્તામર કાવ્ય ૨૯ પૃ′ ૪૪૦