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श्री की काँ सर्व संकट निवारणे या पार्श्व ॥
स्वाहा ॥
।। यक्षेच्यो नमो नमः ।
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ચિત્ર ૧૮૧ ભક્તમારકાવ્ય ૫ પૃષ્ઠ ૪૧૬
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ચિત્ર ૧૮૨ ભક્તમારકાવ્ય ૫ પૃ′ ૪૧૬