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सर्वसिद्धिवृदिलमानवति सर्पविषमविषशे
6 पश्यनि शंविधत्ते॥
मल्यूयः यः यःय.
ब्रह्माउँपनमः
2:यः हाः है। श्री
/उमा निमः
जmqतये२R:
छन्यू डब्बू चबान
इKe
कोका हा का
यामुम्बनमः
टम्ल्यू
कल्ल्यू
यि नमः
जान पाच
वारनमः
बयला मा
[ मल्लू टम्चा
महिन्वयनमः ।
दित नमः
वैषणव्यै नमः दूतिका सहित न्यू यू पा रहा
टाला न्यू मार
ब्रह्मा । ति
का
यित्र 33 उव० यंत्र८४१३८