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तद बीजं देवताकारं, पंचानां कवचान्वितम् । गुरूपदेशतो ध्यायेत् पापदारिद्रभंजनम्. ॐ नमस्तेऽस्तु महादेवी कल्याणी भुवनेश्वरी। चंडी कात्यायनी गौरी, जिनधर्म परायणी. पंचब्रह्मपदाराध्या, पंचमंत्रोपदेशिनी। पंचव्रतगुणोपेता, पंचकल्याणदर्शनी. नम श्री स्तोतला नित्या, त्रिपुरा काम्यसाधिनी। मदोन्मालिनी विद्या महालक्ष्मी सरस्वती. सारस्वतगणाधीशा सर्वशास्त्रोपदेशिनी। सर्वेश्वरी महादुर्गा त्रिनेत्री फणिशेखरी. जटाबालेंदुमुगुटा कुर्कुटोरगवाहिनी । चतुर्मुखी महायशा, धनदेवी गुह्येश्वरी. नागराजमहापत्नी, नागिनी नागदेवता। नमः सिद्धांत संपन्ना द्वादशांग परायणी. चतुर्दश महाविद्या, अवधिज्ञानलोचना । वासंती वनदेवी च वनमाला महेश्वरी. महाघोरा महारौद्रा, वीतभीता ऽभयंकरी । कंकाली कालरात्री च, गंगा गांधर्वनायकी.
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