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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १ प्रस्तुत प्रकाशन के सहयोगी : एक परिचय प्रसन्नता का विषय है कि प्रस्तुत प्रकाशन की सफलता में संघवी श्रीओटमलजी वेदमूथा का सराहनीय सहयोग रहा है । आपके द्वारा उदार हृदय से मिले आर्थिक सहयोग के फलस्वरूप ही यह चिन्तन एक पुस्तक का आकार ग्रहण कर आपके कर-कमलों तक पहुंच पाया है । व्यवसायार्थ वर्षों से बैंगलोर में रहनेवाले संघवीश्रीओटमलजी जेठमलजी वेदमूथा मूलतः राजस्थान के जालोर जिले में स्थित रेवतडा के निवासी हैं । धार्मिक परिवार में सुसंस्कारों से पोषित होने के कारण प्रारम्भ से ही आप व आपकी धर्मपत्नी उदार हृदयी व धर्मशील रहे हैं । आपके सुपुत्र सर्वश्री मदनलाल, वसन्तकुमार, गणपतकुमार, चम्पालाल, दिनेशकुमार, मुकेशकुमार, सुरेशकुमार, जोगेश व गुलाब ने भी इस सुन्दर व शालीन परम्परा का पूर्णरूप से निर्वाह किया है । व्यवसाय में व्यस्त होते हुए भी आपका समग्र परिवार बैंगलोर में विविध धर्म-आराधनाओं व पुण्यकार्यों में सदा भावोल्लासपूर्वक भाग लेता रहा है । आज से कोई तेरह वर्ष पूर्व आपके परिवार ने राजस्थान के जैसलमेर, ईराणकपुर, वरकाणा, ओसिया, फलौदी, , For Private And Personal Use Only
SR No.008736
Book TitleSamvada Ki Khoj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmasagarsuri
PublisherArunoday Foundation
Publication Year1990
Total Pages139
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Spiritual
File Size6 MB
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