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पश्चिमी क्षत्रपोंका वंश-वृक्ष।
(१४3)
*दीनक
असमोत्तिक
नहपान
* दोनक
अषभदत्त
दक्षमित्रा
२
चष्टन
जयदामा ३ खदामा प्रथम
४ दामध्सद (दामजदश्री प्रथम) ६ रुद्रसिंह प्रथम कन्या-पान्ध्रवंशी राजा पुलुमानी
सत्यदामा
५ जीवदामा
७ रुद्रसेन प्रथम
८ संघदामा
समसेन
पृथ्वीलेन-
दामजदश्री द्वितीय
वीरदामा १० ईश्वरदत्त ११ यशोदामा प्रथम १२ विजयसेन १३ दामजदश्री तृतीय
१४ रुद्रसेन द्वितीय
१५ विश्वसिंह
१६ भर्तृदामा
स्वामी जीवदामा
विश्वसेन
रुद्रसिंह द्वितीय १७ स्वामी रुद्दामा द्वितीय यशोदामा द्वितीय १८ स्वामी सिंहसेन तृतीय
कन्या
18 स्वामीसिंहसेन २१ स्वामी सत्यसिंह २० स्वामी रुद्रसेन चतुर्थ २२ स्वामी रुद्रसिंह तृतीय
नोट-जिन नामों के आगे १ से २२ तकके अङ्क लिम्वे है वे महाक्षत्रप हुवेथे। और जो केवल क्षत्रप ही रहेये उनके नाम के भागे कुछ नहिं लिखा है। परन्तु जो न तो महाक्षत्रप ही हुए और न शत्रप ही उनके आगे तरिका * चिह लगा दिया गया है । ( पृष्ट )
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