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(१७) दगलनो संबंध थवाथी जीव सुख माने छे, अने अशुभ पुद्गलनो संबंध थवाथी जीव दुःख माने छे, ते पुण्य पापरुप जाणवू पण ए स्ववस्तु नथी. एम व्यवहार नयथी जीव अने पुद्गल ए बे द्रव्य परिणामी छे. __ हवे छ द्रव्यमां जीव द्रव्य अने अजीव द्रव्यनुं स्वरूप बतावे छे, नाणंच दसणंचेव चरित्तंच तवोतहा, वीरियंउवओगोअ एअंजीअस्सलखणं. ॥१॥ ___ अर्थ-ज्ञान, दर्शन, चारित्र, तप, वीर्य अने उपयोग जेनामां होय, तेने जीव कहे छे. अने बाकीनाने अजीव कहे छे. धर्मास्तिकाय, अधर्मास्तिकाय, आकाशस्तिकाय, पुद्गलास्तिकाय अने काल, ए पांच द्रव्य अजीव
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