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( सहियर सुनिएर भगवती सूत्रनी वाणी, ए राम || ढाल पहेली . )
मंगल करशोरे चोवीश जिन जयकार |; विनो निवारोरे नामस्मरण अघहारो. ऋषभ अजित संजय अभिनन्दन, सुमतिप्रभु सुखकारी; पद्मप्र सुपार्श्व जिनेश्वर, चन्द्रप्रभ हितकारी.
सुविधि शीतल श्रेयांस जिणंदा,
वासुपूज्य वसुकारी;
विमल अनंतने धर्मने शान्ति,
कुन्थुअर अघहारी.
मल्लिजिन मुनि सुव्रत नमि विभु, नेमि पार्श्व शुभकारी;
वर्धमान महावीर मंगलकर,
मंगल करो निर्धार.
अतीत अनागत तीर्थकर सहु,
पापोदय संहारो;
गणधर चौदसे बावन समरूं, मंगल द्यो निर्धारो.
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मंगल० ६
मंगल० २
मंगल० ३
मंगल० ४