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न्या]
[दाय १२६८ द्रव्यानुयोग तर्कणा चिदानंदकृत भोजकवि विरचित व्या
करणाचार्य पंडित ठाकुरप्रसाद शर्म प्रणीत हिन्दी भाषा
नुवाद सहित. सं. १९६२ रु. २-०-० (३२५) १२६९ द्रव्यानुयोग प्रवेशिका द्वितीय ज्ञान सुंदर हिन्दी. रु.
०-४-० (३५४) १२७० द्रव्यानुयोग प्रथम प्रवेशिका ज्ञानसुंदरजी हिन्दी. (६८)
, द्वितीय ,, , रु. ०-२-० (६८) १२७१ द्रव्यानुशासन विगेरे. (५०) १२७२ द्रौपदी स्वयंवरम् शो. मुनि जिनविजय प्र, कांतिविजय जैन
इतिहास माला पंचमपुष्प, रु. ०-२-० (१७, ७०) १२७३ द्रौपदी स्वयंवर नाटक. रु. ०-४-० (१७०) १२७४ द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिकान्तर्गत एक विशतिका. (जुओ सिद्ध
सेन दिवाकर ग्रन्थमाला) १२७५ द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका सटीक (पाना ) रु. १-८-० यशो
विजय. सं० (६) १२७६ द्वात्रिंशत् पुत्तलिका. (५०) १२७७ द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका. (५०) १२७८ द्वादशपर्वी कथा प्रति भेट. (३५५) १२७९ द्वादशपर्वी व्याख्यान क्षमाकल्याण कृत. (५०) १२८० द्वादशपर्व व्याख्यान रतलाम निवासी शेरसिंह. रु. १२८१ द्वादशव्रत पूजा अर्थ युक्त. रु. ०-६-० [०-८-० १२८२ द्वादशव्रत पूजा संग्रह अथे अने दृष्टान्त युक्त. रु. ०-८-० १२८३ द्वादशानुप्रेक्षा (प्रत) रु. ०-८-० [(१६३) १२८४ द्वाश्रय महाकाव्य संस्कृत पूर्वाध. हेमचंद्राचार्य कृत अभय
तिलक गणि विरचितया टीका समेतम् मूळ १ यी १०
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