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देवचंद्र ]
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१२१२ देवचंद्रजीकृत चोवीशी. कि. अमूल्य, बालावबोध. वीशीगत चोवीशी तथा ध्यानदीपिका सहित छपावी प्र. कर्ता. (१०३) इ. १९१५
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१२१३ देवचंद्रजीकृत स्नात्रपूजा रु०-१-० १२१४ देवचंद्रजीनी चोवीसी. बालावबोध युक्त. रु. १-८-० १२१५ देवचंद्रजी कृत कर्मग्रंथ. १-२ विवरण हि० (३९) १२१६ देवचंद लालभाई जैन. पु. फंडना रीपोर्ट. सं. १९६४ थी ६८-६९-७०-७१ थी ७७ सुधी, (१)
१२१७ देवद्रव्य भेट (६)
१२१८ देवद्रव्य निर्णय. देवद्रव्यका शास्त्रार्थ संबंधी पत्रव्यवहार और संक्षपमें देवद्रव्यका साररूप निर्णय. मुनि मणिसागर मुल्य नथी, इन्दोर. (५०)
१२१९ देवद्रव्य संबंधी मारा विचारो पत्रिका न. १-२-३-४ ले. विजयधर्मसूरि. इ. १९२० (४७)
१२२० देवद्रव्यादि सिद्धि. ले. लब्धिविजय हिन्दी. (३४४, ९५ )
भा. २ जो
हिन्दी ( ७०५३ )
भा. ३ जो
भा. ४ थो
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१२२१ देवधर्म परीक्षा देवनुं स्वरूप, स्वरुप मूळ सूत्रोथी समर्थन
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( ७०५४) प्रतिमा पूज्य छे, ते धर्मनुं कर्तुं छे. संस्कृत यशोवि
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जयजी कृत ग्रंथमाळामां बीजे नंबरे छपायों छे.
१२२२ देवपरीक्षा. प्रथम विभाग रु. ०–०–६ (४८)
१२२३ देवभक्तिमाला देवविजयजी (भेट) सं. १९७६ (२५,१७) १२२४ देवभक्तिमाला प्रकरण. गुजराती. आचार्य विजयकमल सूरिनुं जीवनवृत्तान्त छे. की. लखी नथी. रु. १-०-० पंडित देवविजयजीकृत (केसरविजयवाळा ) (१७)
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