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[उपदे उपदेशरत्नाकर (१, १२) उपदेशरत्नाकर सटीक मुनिसुंदरसूरि स्वोपज्ञ पदरमो सैको.
उपदेशरत्नाकर भाषान्तर पूर्वार्ध. मुनिसुंदरसूरिकृत रु.
१-१२-० (१४३) उपदेशरत्नाकर मणको पांचमो. मुनिसुंदरसूरिविरचित.
भाषान्तरसहित. रु. १-१२-० (५०, १४३) उपदेशरहस्यप्रकरण ( संस्कृत ) यशोधिजयउपाध्यायजी
कृतस्वोपज्ञविवरणसहित संस्कृत छाया पण छे. रु.
२९० उपदेशशतक विगेरे. (५०) २९१ उपदेशसप्ततिका इतिहासिक कथाग्रन्थ सोमधर्मगणि, शोधन
__चतुरविजय. रु. १-०-० (१७) उपदेशसप्ततिका सटीक. क्षेमराजमुनि. प्रा. सं. (६) उपदेशसप्ततिका भाषान्तर ( अनेक जैन ऐतिहासिक पाप
तोषी भरपूर.) रु. ०-४-० (१७) , , , क्षेमराजमुनिकृत. मूळ अने टीकार्नु
भाषान्तर. मेट. सं. १९७६ (६) उपदेशसप्ततिका मोटी सटीक (प्रत.) रु. २-०-० उपदेशसप्ततिका (नव्या) श्रीमत्क्षेमराजमुनिविरचिता स्वो.
पझटीकासहित, (कर्तानुं कुलवृक्ष जुमो वि०) टी. निर्माण सं. १५४७ (६) उपदेशसप्ततिका नानी संस्कृत (अलभ्य) रु. ०-१३-०(१७)
उपदेशसप्ततिका गुजराती रु. १-०-० (१७) २९२ उपदेश सहस्रावली अथवा सत्य पुरुषोनी बोधजनकवाणी
म. नाथीबाइ-मुंबइ. की. अमूल्य. अजैन
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