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आदर्श]
[आनंद २२२ आदर्श जैन स्त्री रत्नो रु. २-०-० गु० (१७) २२३ आदर्श साधु विद्याविजय, रु. १-४-० हिं० (१४) २२४ आदिनाथ चरित्र सचित्र. रु. ४-०-० हिं० (९) ____ आदिनाथ चरित्र गु. रु. २-०-० (६) २२५ आदिनाथ चरित्र. (११२, ११३, ११४) २२६ आदिनाथ चरित्र हिन्दी रु. ०-२-० (६) २२७ आदीश्वर चरित्र मूल (त्रिषष्ठिमांयी) रु. १-८-० सं० (६) २२८ आदिनाथ विवाहलो (श्रावक रुषभदासकृत.) सं. १९८८.
जै० भंडार सुची. ( ५३७-७१) [(३२) अंचल २२९ भादिनाथजीनो रास. दर्शनसागरजी कृत. रु. ३-०-० २३० आदिनाथ देशना तथा स्तवनो. प्रा०, गु० (११५, १) २३१ आदिनाथ श्लोको. (जुओ-श्लोकासङ्गह शास्त्री.) २३२ आदि पुराण समीक्षा. (दि०) रु. ०-४-० (११६, ५०) २३३ आनंदकाव्य महोदधि (पाचीन जैन काव्यसंग्रह) मौक्तिक १
लुं. जैन गुर्जर साहित्योद्धारे. ग्रन्यांक १ रु १-०-०
गु० (१६, ६९६) मानंदकाव्य महोदधि मौक्तिक २ जुः (प्राचीन जैन काव्य संग्रह) जैन गुर्जर साहित्योद्धारे ग्रथांक २ सं० १९७० (१) रामायण. चार अधिकार. रु. ०-१०-० गु० (१६, ११७) आनंदकाव्य महोदधि (प्राचीन जैन काव्य संग्रह ) मौक्तिक
३ जुं. रु. ०-१०-० (१६, ११७) तेमां:(१) भरत बाहुबली रास. (२) जयानंद केवली रास.
(३) बच्छराज देवराज रास. (४) सुर सुंदरी रास.
(५) नळ दमयंती रास. (६) हरिबल माछी रास. मानंद काव्य महोदधि. (प्राचीन जैन काव्य संग्रह) मौ
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