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मछाचंद वगेरेना आग्रहथी रचवामां आवी हती अने प्रथम शेट रखवदास अमुलेखना नवा घरमा भणावी हती. मोटी नवपदनी पूजा प्रथम महुडी गाममां श्रीपद्मप्रभुनी आगळे विजापुरनी अने साणंद श्रावकनी टोळीए सारी रीते भणावी हती. पूजासंग्रहमां आपेली पूजाओ जोवाथी मालुम पडशे के ते ज्ञानदर्शन चारित्ररूप मोक्ष मार्ग छे व्यवहारनय अने निश्चयनय एम बे नयनीस्या द्वादशैलीथी अनेकांतनय सहित पूजाओ रचेली छे, तेनो भाव उत्तम . गीतार्थमध्यस्थभावी गुणानुरागी मुनियो पासे तेनो भावार्य धारवो. पूजाओमां रुचिभेदे कोइने कोइ रुचे छे अने कोइने कोइ रुचे छे. रुचिज्ञानमेदे जुदी जुदी पूजाओ सर्वने रुचे छे. पूजानो सार ग्रहण करवो पूजाओ पकैी जेना जे अधिकारी हशे ते तेने ग्रहण करी भणावशे अने फल प्राप्त करशे. पूजासंग्रहने छपाववामां साणंद संघना श्रावको आगेवानीभर्यो भाग लीधो छे. शेठ गोविंदजी उमेदनी पाछळ तेमना भाइ त्रिभोवनदास तथा चुनीलाले तथा भाइ दलसुखभाइए धर्मदान करेल, तेओए तेमनी नाम स्मृति माटे पूजाओ वगैरे रचवानो आग्रह कयौं, तेथी निमित्त पामीने बाकीनी केटलीक पूजाओ रचाइ छे. पूजासंग्रह छपाववामां जे जे श्रावकोए धननी सहाय करी छे तेओने धन्यवाद आपवामां आवे छे. पूजासंग्रह प्रथमावृत्तियां जे कइ स्खलन, भूल, दोष रहेल जणाशे तेने द्वितीयावृत्तिमां सुधारी लेवामां आवशे अने नशे तो बीजी पण केटलीक नवीन पूजाओ
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