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प्रकार की अध्ययन सामग्री यथा- कृति, पुस्तक, हस्तप्रत, पुरावस्तु आदि के विषय में on line सूचना प्राप्त हो सके इसके लिए विशेष प्रकार की कम्प्यूटर सुविधाएँ यहाँ पर ही विकसित की गई हैं. सभी संग्रहित हस्तप्रतों एवं पुस्तकों की विस्तृत सूचनाएँ कम्प्यूटर पर संग्रहित की जा रही हैं.
इस सूचना पद्धति को चार भागों में बाँटा गया है यथा
प्रथम वर्ग में कृति से सम्बन्धित, जिसके अन्तर्गत कृति नाम, कृति के एकाधिक अपरनाम, आदिवाक्य, कृति का स्वरूप (जैसे- मूल, टीका, भाष्य, वृत्ति, छायानुवाद, अनुवाद, अध्ययन, सारांश आदि), कृति के कर्ता का नाम, कर्ता के अपर नाम, कर्ता की कुल परम्परा (जिसमें गुरु, शिष्य आदि के नाम तथा समयावधि सम्मिलित है), कृति की भाषा एवं लिपि, परिमाण, अध्याय, आदिवाक्य, अंतिमवाक्य, रचना वर्ष, रचना स्थल, कृति का प्रकार (गद्य, पद्यादि) सूचनाएँ प्रविष्ट की जाती है.
दूसरे वर्ग में प्रकाशन से सम्वन्धित सूचनाएँ आती हैं. इस वर्ग में मुद्रित पुस्तकों एवं मुद्रित प्रतों हेतु प्रकाशन नाम, प्रकाशन के एकाधिक प्रचलित नाम, खण्ड एवं भाग आदि, आवृत्ति, प्रकाशक, प्रकाशन स्थल, प्रकाशन वर्ष, पृष्ठ, प्रकाशन से सम्बन्धित विशेष सूचनाएँ. सम्पादक, संशोधक, संग्राहक, संयोजक, संकलनकार, ग्रंथमाला नाम ग्रंथमाला प्रकार एवं ग्रंथमाला संख्या आदि के विषय में सूचनाएँ कम्प्यूटर पर प्रविष्ट की जाती है. __ तृतीय वर्ग में पुस्तक या हस्तप्रत की ग्रन्थालयीय संख्या, ग्रंथालय में उनके रखने के स्थान का संकेत, मूल्य, देय/अदेय, पुस्तक की दशा, प्राप्ति स्रोत (भेंट देने वाले का नाम अथवा पुस्तक विक्रेता का नाम)
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