________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
अनुक्रमणिका. १. आगमसार अणकरण ... ज्ञानस्वरूप ... छ द्रव्यनु स्वरूप आठ पक्षी सात नय , चार निक्षेप , प्रतिमा पूजा चार प्रमाण , सप्तभंगी निगोद , बार व्रत चारित्र, ... चार ध्यान , भावना , ... समकित पंचसमवाय , गुणस्थानक विचार ... २ अध्यात्मगीता
::::::::::::::::
www.kobatirth.org
For Private And Personal Use Only