SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 468
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अनुक्रमणिका. अक्षरानुक्रमवार ग्रंथोना नाम. पृष्ठोक. अक्षरानुक्रमवार ग्रंथोना नाम. पृष्ठांक. ३०१ हैमेलघुत्ति हैमवृहद्वृत्ति वृहन्न्यास ३०१ लघुन्यास लघुन्यास .... २९९ परिभाष्य वृत्ति .... न्यासोद्धार हैमव्याकरण दीपिका , उणादिवृत्ति " लघुवृत्ति , लिंगानुशासनवृत्ति , वृत्ति (बीजी ) ... , अवधूरि ,, दुर्गपदप्रयोध . हैमव्याकरण मूळ (सूत्रो) ... उणादि , लिंगानुशासन हैमव्याकरणस्थ न्याय कक्षापह २९० ९९ (वृहतूवृत्ति विषमपदव्याख्या). दशपादविशेष " दशपादविशेषार्थ .... हैमशब्दसंचय ...) हैमसमासतद्धितसार प्रकरण ... ३०२ , न्यायवृत्ति २ लघुन्यायप्रशस्ति अवचूरि। समासप्रकरण तथा न्यायमंजूषान्यास ... कृत् प्रत्यय बलाबलसूत्र बिभ्रम सूत्र वृत्ति 3 वृत्ति अवचूरि कारकसमुच्चय .. वृत्ति
SR No.008418
Book TitleJain Granthavali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Shwetambar Conference
PublisherJain Shwetambar Conference Mumbai
Publication Year
Total Pages504
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati & Catalogue
File Size7 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy