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जैन विज्ञान
नाम.
। नंबर.
श्लोक.
का.
क्यां छ?
नोसं.
स
धनुर्विद्या
वृत्ति
-
+-
नागार्जुन
गुणाकर
A. H.
१३) धनुर्वेद |१४| नागार्जुनविद्या
पाद्यलब्धि (सं.) भरतशास्त्र . योगरत्नमालाA
पृत्ति योगरत्नावली (लघु) लेखनप्रकार वास्तुशास विज्ञानार्णव शाईनीकृति B যাতিষী 0
पत्र १३७ भोजदेव
पत्र८६
A एने रत्नावली तथा आश्चर्ययोगमाला पण कहेवाय छे.
B एमां ताड तथा कागळपर लखवानी शाई बनाववानी रीत दर्शायी है.
C एमां घोडा पारखवानी विद्या कही छे.