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जैन विज्ञान
नैदर.
नाम.
श्लोक.
की
क्यां छ?
सामुद्रिकशास
दुर्लभराज (जैनकृत)
१०.. A, दुर्लभतनुज
जगहेव
A. S. डेक्कन.
सामुद्रिक सामुद्रिक सामुद्रिकतिलक নাৰীৰমঙ্কায়। सिखायापति वानसत्तरी ঘনবস্ব श्वानशकुनविचार स्वमचिंतामणि
२००
सल-बे. अ.१
पत्र
नरपति
पत्र
जामनगर.
स्वपलक्षण
८७५
जिनपाल
स्वमविचार (प्रा.) स्वमाष्टकषिचार स्वासप्ततिका
A एनी ८.. आर्या होवा साये ते सरस ग्रंथ छे. पण कर्ता स्व छे के अन्य छै देनो तपास करी नकी करवानी जरूर छे.