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श्री समयसारकी वर्णानुक्रम गाथासूची
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| गाथा | पृष्ठ |
| गाथा | पृष्ठ ।
|३८९
| ५१७
| राया ह णिग्गदो त्ति य रूवं णाणं ण हवदि
लोयसमणाणमेयं लोयस्स कुणदि विण्हू
व वंदित्तु सव्वसिद्धे वण्णो णाणं ण हवदि वत्थस्स सेदभावो वत्थस्स सेदभावो वत्थस्स सेदभावो वत्थु पडुच्च जं पुण वदणियमाणि धरंता वदसमिदीगुत्तीओ ववहारणयो भासदि ववहारभासिदेण ववहारस्स दरीसणववहारस्स दु आदा । ववहारिओ पुण णओ ववहारेण दु आदा ववहारेण दु एदे ववहारेणुवदिस्सइ ववाहारोऽभूयत्थो विज्जारहमारूढो वेदंतो कम्मफलं अप्पाणं वेदंतो कम्मफलं मए
| ४७ । ८९ | वेदंतो कम्मफलं सुहिदो ३९२ । | ५४६
संता दुणिरुवभोज्जा |३२२ | ४५० | संसिद्धिराधसिद्धं ३२१ ४४९ सत्थं णाणं ण हवदि
सद्दहदि य पत्तेदि य
सद्दो णाणं ण हवदि ३९३ ५४६ | सम्मत्तपडिणिबद्धं १५७ २३८ | सम्मईसणणाणं १५८ २३८ | सम्मद्दिट्ठी जीवा
२३८ | सव्वण्हुणाणदिह्रो | २६५ । ३७६ | सव्वे करेदि जीवो।
२३२ | सव्वे पुव्वणिबद्धा २७३ | ३८८ | सव्वे भावे जम्हा २७ । ५९ | सामण्णपच्चया खलु ३२४ । ४५२ | सुदपरिचिदाणुभूदा ४६ । ८८ | सुद्धं तु वियाणंतो ८४ | १४३ । | सुद्धो सुद्धादेसो ४१४ ५६३ | सेवंतो वि ण सेवदि ९८ | १६८ | सोवण्णियं पि णियलं ५६ | १०२ | सो सव्वणाणदरिसी ७ । १७ ।
ह ११ । २२ । | २३६ |३४९ | हेउअभावे णियमा ३८७
| हेदू चदुवियप्पो | ३८८ | ५१६ |होदूण णिरुवभोज्जा
|१७५ २६१ | ३०४ ४२६ ।
३९० । २७५ | ३९० ३९१ १६१ २४१ १४४ २१६ २२८ | ३३६
२४ । ५५ २६८ । | ३७९ १७३ | २६०
३४ १०९ | १७९
१८६ | १२ १९७ १४६ १६०
२७९ | २५ । २९५ । २२६ | २४०
१९१ | २८४ ।। | १७८ | २६४ १७४ | २६० ।
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