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एषणासमिति विशे वसुदेवना जीव नंदिवर्धननुं उदाहरण
८२६-४७ आदाननिक्षेपणासमिति अने तेना विशे उदाहरण
८४८.५३ पारिष्ठापनिकासमिति अने तेना
विशे धर्मरुचिर्नु उदाहरण गुरुनी आशातनानुं स्वरूप
८६१-७१ गुरु अने शिष्यनां वचनो
८६९-७१ गुरुना विनयना भंगर्नु स्वरूप
८७२-७७ प्रकारान्तरे विनयभंगना सात प्रकारो इच्छाधकरणनी व्याख्या
८७९-८१ लघुस्वमृषापादनु स्वरूप
८८२-९०५ प्रतिकमणप्रायश्चित्तने योग्य अपराधस्थानसूचक अविधि कास ज़म्भा क्षुत धात असंक्लिष्टकर्म कन्दर्प हास्य धिकथा कषाय विषयानुषंग स्खलना सहसा अनाभोग आभोग स्नेह भय शोक बाकुशिक आदि पदोनी व्याख्या ९०६-३२
सूत्र गाथा १३-१५ आलोचना अने प्रतिक्रमण ए बन्ने
प्रायश्चित्तने योग्य अपराधस्थानो संभ्रम भय आपत् अनात्मवशता दुश्चिन्तित आदि पदोनी व्याख्या
सूत्र गाथा १६-१७ विवेक प्रायश्चित्तने योग्य अपराधस्थानो पिंड उपधि शय्या कृतयोगी कालातीत
अध्यातीत शठ अशठ उगत अनुगत कारणगृहीत आदि पदोनी व्याख्या ९५५ ७१
सूत्रगाथा १८-२२ व्युत्सर्ग प्रायश्चित्तने योग्य अपराधस्थानो
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