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परिशिष्ट-२
• पुरातन प्रबंध संग्रह (जिनप्रभसू.), संपादक-मुनि जिनविजय, कोलकाता, 1936, pp. 10, 31-34, 51-52,
99, 108-13, 116, 124 • प्रभावक चरित्र (प्रभाचंद्र), संपादक- मुनि जिनविजय, अमदाबाद, 1940, pp,30, 181-84, 195-206 • प्रमुख ऐतिहासिक पुरुष एव महिलाएँ, ज्योति जैन प. देहली, 1975, pp. 223-29
प्राचीन जैन लेख संग्रह, खंड २, Nos.34-35, 447 भारत का इतिहास(१०००-१७०७ AD), आशीर्वादीलाल श्रीवास्तव, आगरा, १९७९, प्र.क्र. २१-२४ भारत का नवीन इतिहास, निगम श्यामसुंदर, आगरा, १९७०, द्वितीय भाग, प्र.क्र. ६ भौंराका संपद्राय, जोहारापुरकर विद्याधर, सोलापुर, 1953 (संबंधित संदर्भ) मध्यकालीन भारत, हरिश्चन्द्र वर्मा, देहली, १९८५, प्र.क्र. ४-६ मध्यकालीन मालवा में जैन धर्म, डॉ जैन प्रकाशचंद्र (M.M.J.D) De U.N., op. cit. Appendix,
Typed thesis, 1992, pp. 63-119 • मध्यकालीन राजस्थान मे जैन धर्म (म.रा.जै.ध), राजेश जैन, टंकित प्रबन्ध , 1988, pp.42-84
मालवांचाल के जैन-लेख, लो.द. नंदलाल संपादक- श्यामसुंदर निगम, उज्जैन, 1995, pp.18-20 • विविध तीर्थकल्प (जिनप्रभसू.), संपादक- मुनि जिनविजय, शांति निकेतन, 1934 (समर्पक संदर्भ)