________________
तरीयातीत पद
शब्दातीत पद सत् असत् सर अक्षर अगुण सगुण पर, अलख, अगम, अन, अदितीकजनादि अनन्त स्वरूपी, अनामी, अपामी, परधाम, परमपुरुष, पुरुषोत्तम, परमात्मा
वर्ग पर प
उत्तर सल
परमनिर्वाणपद
hi Ime
शिव नाम कृष्ण नाम
आदि शब्द आदि नाम सार शब्द सत्यनाम
hile
हिरण्यगर्भ समष्टि प्राण की इन्द्रियों के आध
हूत
LDHDrial
ण निगुण अक्षर पुरुष चेतनात्मक शब्द मण्डल
ति-अन्तरात्मा-सच्चिदानका
कैवल्य अनाहत ध्वन्यात्मक अ
ती महाकारण
री
परा प्रकातमण्डल
त्मिका शक्ति-अन्तरात्म साम्यावस्था धारिणीमल
धारिणी मूल प्रकृति (जड़ात्मक) मण्डल
ण
भंवर गुफा सोहं ब्रह्म
य
र्ण
क्षि
शब्द मण्डल हूतल हुत
महाशून्य
P912
ण्डल
कारण
अरूप सत्व प्रधान लोक
ब्रह्माण्ड
र रं ब्रह्म त्रिकुटी सूर्य मायाबा
RE.
शवन्या
पश्चिम 'प्रकाश मण्डल
ASTRAL
स्था
राप्रपातलक
SADA
लोक-परलोक
। आज्ञा चक : । योग इEE
आधार MEDULLA द्विदल कमल
खरी वाणी
272400
...... पिण्ड
स्थान विशुद्ध
2100
की शिवनेत्र, तीसरा तिल, दशमद्वार जीव का जाग्रत स्थान, सुरत शिरोमणि घाट, प्रणव विन्दु, 02... सुषुम्नविन्दु, योग हृदय केन्द्र विन्द !
सुषम
अनाहत वाणी
( मणि मोती, EASTERN STAR
अविमुक्तात्मा, हीरा, लाल, तारक ब्रह्म, अणोरणीयाम् निजमन, (बाह्य के स्थानीय रूप के नाम:
htaJS HAIR
लिंग
स्वाधिष्ठान
गुदा चक्र
मूलाधार