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Maharishi Santsevi Ji Maharaj's Letter
of Blessing to the Editor
सर्वधर्म समन्वय एक ऐसी पुस्तक है, जो धर्म और अध्यात्म का मर्म जानने के इच्छुक व्यक्तियों का मार्गदर्शन करती है। इस पुस्तक का अध्ययन कर व्यक्ति अपने धर्म के साथ अन्य धर्मों की सारभूत बातों से भी परिचित हो जाता है। अबतक यह पुस्तक मात्र भारती भाषा (हिन्दी) में प्रकाशित हो पाई थी, जिस कारण मात्र हिन्दी-भाषी लोग ही इससे लाभ उठा पा रहे थे। मेरी पुत्रीवत् प्यारी शिष्या अमेरिका-निवासी श्रीमती वीणा रानी होवार्ड ने अंग्रेजी भाषा में इसका अनुवाद कर इसकी उपयोगिता को व्यापक आधार दे दिया है। अंग्रेजी विश्व की सर्वाधिक लोकप्रिय और व्यापक जानाधार वाली भाषा है। इस कारण अब देश के साथ विदेशों में भी जिज्ञासुजन इस पुस्तक का अध्ययन-मनन कर लाभान्वित हो सकेंगे।
आध्यात्मिक विषयों का भाषा-अनुवाद सदा से ही कठिन कार्य रहा है। पुस्तक की मूल भावनाओं को यथावत् अभिव्यक्ति देने का यह गुरुतर कार्य सफलतापूर्वक संपादित कर अनुवादिका ने अत्यन्त प्रशंसनीय कार्य किया है। उसके इस पावन प्रयास के लिए धन्यवाद सहित मेरा आशीर्वाद है।
शुभचिन्तक 'संतसेवी'
December
Maharishi Santsevi Ji 2006
Translation:
Sarvadharma Samanvya (The Harmony of All Religions) is a kind of book that guides those who are eager to learn the essence of religion and spirituality. A study of this book provides the reader with the esoteric teachings of one's own religion as well as the religions of others. Until now this book was only available in the Indian language (Hindi), therefore, only the Hindi speaking people were able to reap the benefit of reading this book.