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Pushkaroda seas tastes like pure water. The water in Varunoda, Kshiroda, Ghritoda, and Ikshuvara seas tastes like wine (varuni), milk (kshira), butter (ghrit), and sugar-cane juice (ikshurasa) respectively. Water of all seas after this tastes like sugar-cane juice, only that of the last one, Svayambhuramanasamudra, tastes like pure water. (Vritti by Hemachandra p. 221) ऊर्ध्वलोकक्षेत्रानुपूर्वी
१७२. उड्ढलोगखेत्ताणुपुब्बी तिविहा पण्णत्ता। तं जहा-(१) पुव्वाणुपुची, (२) पच्छाणुपुबी, (३) अणाणुपुवी।
१७२. ऊर्ध्वलोकक्षेत्रानुपूर्वी तीन प्रकार की है। जैसे-(१) पूर्वानुपूर्वी, (२) पश्चानुपूर्वी, (३) अनानुपूर्वी। URDHVALOKA KSHETRA-ANUPURVI
172. Urdhvaloka kshetra-anupurvi is of three types— (1) Purvanupurvi, (2) Pashchanupurvi, and (3) Ananupurvi.
१७३. से किं तं पुवाणुपुब्बी ? __ पुवाणुपुबी (१) सोहम्मे, (२) ईसाणे, (३) सणंकुमारे, (४) माहिंदे, (५) बंभलोए, (६) लंतए, (७) महासुक्के, (८) सहस्सारे, (९) आणते, (१०) पाणते, (११) आरणे, (१२) अच्चुते (१३) गेवेज्जविमाणा, (१४) अणुत्तरविमाणा, (१५) ईसिपन्भारा। से तं पुवाणुपुब्बी।
१७३. (प्रश्न) ऊर्ध्वलोकक्षेत्रविषयक पूर्वानुपूर्वी क्या है ?
(उत्तर) (१) सौधर्म, (२) ईशान, (३) सनत्कुमार, (४) माहेन्द्र, (५) ब्रह्मलोक, (६) लान्तक, (७) महाशुक्र, (८) सहस्रार, (९) आनत, (१०) प्राणत, (११) आरण, (१२) अच्युत, (१३) ग्रैवेयकविमान, (१४) अनुत्तरविमान, (१५) ईषत्प्राग्भारापृथ्वी, इस क्रम से ऊर्ध्वलोक के क्षेत्रों की गणना करना ऊर्ध्वलोक क्षेत्रपूर्वानुपूर्वी हैं। ___173. (Question) What is this Urdhvaloka kshetrapurvanupurvi ?
(Answer) Urdhvaloka kshetra-purvanupurvi is like this—(1) Saudharma, (2) Ishan, (3) Sanatkumar, अनुयोगद्वार सूत्र
( २६० ) Illustrated Anuyogadvar Sutra
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