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परमाणु बढ़ाने से आकार बढ़ाये जा सकने की संभावना के कारण अपरिपूर्ण त्रि-प्रदेशिक स्कन्ध से न्यून होने के कारण अपरिपूर्ण है। इसी तरह उत्तरोत्तर की अपेक्षा पूर्व-पूर्व का स्कन्ध अकृत्स्न स्कन्ध जानना चाहिए।
Elaboration-Akritsna means incomplete. A skandh (aggregate) that is smaller than some other skandh (aggregate) is comparatively incomplete and thus it is called akritsna skandh. Aggregates with two or more paramanus (ultimate particles) are incomplete because one with two ultimate particles is smaller (has the scope of becoming larger by adding more ultimate particles, thus incomplete) than that with three ultimate particles and so on. Thus, in this progression every earlier skandh should be considered akritsna or incomplete as compared to any later skandh.
This concludes the description of akritsna skandh (incomplete skandh). अनेक द्रव्य स्कन्ध का स्वरूप
६८. से किं तं अणेगदवियखंधे ? अणेगदवियखंधे तस्सेव देसे अवचिते तस्सेव देसे उवचिए। से तं अणेगदवियखंधे।
से तं जाणगसरीर-भवियसरीरवतिरित्ते दव्वखंधे। से तं नोआगमतो दव्वखंधे। से तं दव्वखंधे।
६८. (प्रश्न) अनेक द्रव्य स्कन्ध क्या है?
(उत्तर) एक देश अपचित (रहित) तथा एक देश उपचित (व्याप्त) भाग मिलकर उनका जो समुदाय बनता है, वह अनेक द्रव्य स्कन्ध है।
इस प्रकार से ज्ञायक शरीर-भव्य शरीर व्यतिरिक्त द्रव्य स्कन्ध का निरूपण समाप्त हुआ। नो-आगमतः द्रव्य स्कन्ध का और साथ ही द्रव्य स्कन्ध का वर्णन भी पूर्ण हुआ।
ANEKA DRAVYA SKANDH ____68. (Question) What is aneka dravya skandh (skandh of
many entities)? अनुयोगद्वार सूत्र
( १०६ )
Illustrated Anuyogadvar Sutra
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