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________________ $555555555岁岁的斯等皆纷纷劳斯的骑断路斯监節的晚會 केवलज्ञान का स्वरूप ___KEWAL-JNANA ३९ : से किं तं केवलनाणं? केवलनाणं दुविहं पण्णत्तं, तं जहा-भवत्थकेवलनाणं च सिद्धकेवलनाणं च। से किं तं भवत्थकेवलनाणं? भवत्थकेवलनाणं दुविहं पण्णत्तं, तं जहा-सजोगि-भवत्थकेवलनाणं च अजोगिभवत्थकेवलनाणं च। से किं तं सजोगि-भवत्थकेवलनाणं? सजोगि-भवत्थकेवलनाणं दुविहं पण्णत्तं। तं जहा-पढमसमय-सजोगि-भवत्थकेवलनाणं * च, अपढमसमय-सजोगि-भवत्थकेवलनाणं च। ____ अहवा चरमसमय-सजोगि-भवत्थकेवलनाणं च, अचरमसमय-सजोगि-भवत्थकेवलनाणं 卐 च। * से तं सजोगि-भवत्थकेवलनाणं। से किं तं अजोगि-भवत्थकेवलनाणं? ___अजोगि-भवत्थकेवलनाणं दुविहं पण्णत्तं तंजहा-पढमसमय-अजोगि-भवत्थकेवलनाणं च, अपढमसमय-अजोगि-भवत्थकेवलनाणं च। अहवा चरमसमय-अजोगि-भवत्थकेवलनाणं, अचरमसमय-अजोगि-भवत्थकेवलनाणं $%听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听%听听听 च। से तं भवत्थकेवलनाणं। अर्थ-प्रश्न केवलज्ञान का स्वरूप क्या है ? उत्तर-केवलज्ञान दो प्रकार का बताया है-भवस्थ केवलज्ञान तथा सिद्ध केवलज्ञान। प्रश्न-यह भवस्थ केवलज्ञान क्या होता है ? उत्तर-भवस्थ केवलज्ञान भी दो प्रकार का होता है-सयोगी भवस्थ केवलज्ञान तथा अयोगी भवस्थ केवलज्ञान। प्रश्न-सयोगी भवस्थ केवलज्ञान क्या है ? उत्तर-सयोगी भवस्थ केवलज्ञान भी दो प्रकार का है-प्रथम समय सयोगी भवस्थ केवलज्ञान और अप्रथम समय सयोगी भवस्थ केवलज्ञान। इन दोनों के अन्य नाम हैं--चरम : समय सयोगी भवस्थ केवलज्ञान और अचरम समय सयोगी भवस्थ केवलज्ञान। श्री नन्दीसूत्र ( १२८ ) O55 5 5555555550 -LE Shri Nandisutra - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.007652
Book TitleAgam 31 Chulika 01 Nandi Sutra Sthanakvasi
Original Sutra AuthorDevvachak
AuthorAmarmuni, Tarunmuni, Shreechand Surana, Trilok Sharma
PublisherPadma Prakashan
Publication Year1998
Total Pages542
LanguageEnglish, Hindi
ClassificationBook_English, Book_Devnagari, Agam, Canon, Ethics, Conduct, & agam_nandisutra
File Size19 MB
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