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'पूर्व' के बाद पच्चीस इकाइयाँ और हैं जो प्रत्येक पूर्ववती इकाई से ८४ लाख गुणा अधिक हैं। अंतिम इकाई का नाम शीर्ष प्रहेलिका है जिसमें ५४ अंकों के बाद १४० शून्य होते हैं। यह लगभग 7.582 × 10193 के बराबर होती है।
After the 'Purva' there are twenty five units more. Each unit is a multiple of 84,00,000 and the previous unit. The last such unit of the finite number in this series is known as Sheersh Prahelika. It contains 54 numbers and 140 zeros. In mathametical terms it is approximately 7.582 × 10193.
औपमिक काल
यह वह काल है जिसे संख्याओं या गणित से नहीं मापा जा सकता । अतः इसे समझने के लिए उपमा की आवश्यकता होती है। इसकी सबसे छोटी इकाई का नाम है पल्योपम । पल्योपम # का परिमाण समझने के लिए शास्त्रोक्त परिभाषा है - "एक योजन लम्बा-चौडा- गहरा प्याले के आकार का गड्ढा खोदा जाए जिसकी परिधि तीन योजन हो । उसे उत्तर कुरु के मनुष्य के एक दिन से सात दिनों तक के बालाग्र ( अत्यन्त सूक्ष्म बाल का अग्रभाग) से ऐसे ठसाठस भर दिया जाए कि जल और वायु भी प्रवेश न पा सके। फिर उसमें से एक-एक बालाग्र प्रत्येक १०० वर्ष के बाद निकाला जाए। इस प्रकार जितने समय में वह पल्य ( गड्ढा ) खाली हो जाए उस काल को पल्योपम कहते हैं।
१0 कोटा- कोटि पल्योपम १0 कोटा- कोटि सागरोपम
२० कोटा - कोटि सागरोपम = १ काल चक्र
5 मनः पर्यवज्ञान का स्वरूप
=
१ सागरोपम
Metaphoric Time Scale
This is the period of time beyond the scope of numbers or
5 mathematics. As such, it is measured metaphorically. Its smallest unit is Palyopam. The definition of Palyopam available in Jain scriptures is as follows: Dig a cup shape ditch measuring 1 yojan (approx. 8 miles) on all sides. Fill it with the miniscule hair of man from Uttar kuru. It would be so tightly packed that air or water may not find a passage within. Now start taking out one hair every hundred years. The time taken in emptying this ditch is termed as Palyopam.
1 thousand trillion Palyopam
1 thousand trillion Sagaropam 1 Utsarpini or 1 Avasarpini
2 thousand trillion Sagaropam = 1 time cycle
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१ उत्सर्पिणी अथवा १ अवसर्पिणी
=
=
1 Sagaropam
( १११ )
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Manah-Paryava-Jnana
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