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ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र डा Some of them took their bath, others drank water and carried it home. Many 5 of them relieved and cleaned themselves, and satisfied their needs of rest, टा 5 sleep, hunger and thirst.
Did the people of Rajagriha also use the Nanda lake? Yes, they also came B and enjoyed the water sports, took a variety of baths, entertained themselves 5 using resting places covered with foliage and creepers and provided with
flower beds. They entertained themselves moving around that beautiful pool Ş filled with melodious twittering of a variety of birds; and the facilities
available in the four gardens. 15 सूत्र २० : तए णं णंदाए पोक्खरिणीए बहुजणो ण्हायमाणो य, पीयमाणो य, पाणियं च ८
र संवहमाणो य अन्नमन्नं एवं वयासी-'धण्णे णं देवाणुप्पिया ! णंदे मणियारसेट्टी, कयत्थे जाव ! | 5 जम्मजीवियफले, जस्स णं इमेयारूवा गंदा पोखरिणी चाउक्कोणा जाव पडिरूवा, जस्स णंद र पुरथिमिल्ले तं चेव सव्वं, चउसु वि वणसंडेसु जाव रायगिहविणिग्गओ जत्थ बहुजणो आसणेसुड 5 य सयणेसु य सन्निसन्नो य संतुयट्टो य पेच्छमाणो य साहेमाणो य सुहंसुहेणं विहरइ, तं धन्ने द 15 कयत्थे कयपुन्ने, कया णं लोया ! सुलद्धे माणुस्सए जम्मजीवियफले नंदस्स मणियारस्स।' 15 तए णं रायगिहे संघाडग जाव बहुजणो अन्नमन्नस्स एयमाइक्खइ-धण्णे णं देवाणुप्पिया! णंदे द
२ मणियारे सो चेव गमओ जाव सुहंसुहेण विहरइ।। 15 तए णं णंदे मणियारे बहुजणस्स अंतिए एयमढे सोच्चा हट्टतुढे धाराहयकलंबगं पिव डा र समूससिय-रोमकूवे परं सायासोक्खमणुभवमाणे विहरइ। 5 सूत्र २० : नंदा पुष्करिणी में स्नान करते, पानी पीते और जल भरकर ले जाते अनेक लोग र परस्पर बातें करते थे “हे देवानुप्रिय ! नन्द मणिकार सेठ धन्य है, कृतार्थ है। उसका जीवन सफल 15 है जिसने यह चौकोर और मनोहर नंदा पुष्करिणी और उसके चारों ओर के सुन्दर उद्यान बनाये टा 15 हैं। राजगृह से बाहर निकले अनेक लोग इस स्थान का लाभ उठाते हैं (वर्णन पूर्व सम)। अतः नन्द ड
र मणिकार का मनुष्यजन्म तथा जीवन सराहनीय है सफल है।' 15 राजगृह नगर के भीतर शृंगाटक (तिराहे) आदि विभिन्न स्थानों पर भी लोग यही चर्चा करते थे। ई
र लोगों के मुँह से अपनी ऐसी प्रशंसा सुनकर नन्द मणिकार प्रसन्न व संतुष्ट हुआ। वर्षा से भीगे ट 15 कदम्ब पुष्प के समान उसका रोम-रोम विकसित हो उठा। वह साताजनित परम सुख का अनुभव ड
र करने लगा। 15 20. These visitors of the Nanda pool while indulging in various activities 5 like washing, drinking, and carrying water chatted, “Beloved of gods! Blessed
is the merchant Nand Manikaar. His life is purposeful and successful that he
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JNĀTĀ DHARMA KATHĀNGA SUTRA
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