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दिव्य जगत - वीरायतन पालीताना
वीरायतन – पालीताणा, गुजरात, भारत
[email protected] एक ऐसा शाश्वत सत्य जो जीवनको वस्तुतः परम सुख का अनुभव करा सकता है। उस सत्य का बोध लेना आज की दुनिया के लिए महती आवश्यकता है । इस बात को समझने में अगर मनुष्य चुक जायेगा तो सर्व विदित है कि मनुष्यजाति का प्रवाह किस दिशामें बह रहा है । इसे रोकना जरूरी है । मनुष्य अत्यंत नृशंस हो गया है । प्रकृति के साथ के संबंध क्रुरतासे भरे हुये है। इतना ही नहि, मनुष्य जाति के परस्पर के संबंधो की आधार शिला अविश्वास पर टिकी है। और सुख की तलाशमें मनुष्य बेतहाशा इधर उधर दौड रहा है। किसी एक व्यक्ति का प्रश्न नहीं, समग्र मानव जाति त्रस्त है, बेहोश है। तीर्थंकरों का दिव्य संदेश ही इस दुनिया के लिए उध्धारक बन सकता है। आचार्य श्री चंदनाजी अपनी अनुपम नई अवधारणा के साथ एक ऐसी दुनिया का निर्माण पालीताना में करने जा रही है जहां से व्यक्ति अपने जीवनमें सुख की चावी प्राप्त कर सकेगा। यहां पहली बार उस परम सत्य को उजागर करने का अद्भूत निर्माण हो रहा है, शाश्वत तीर्थ पालीतानामें ! सौभाग्य है अपने जीवन काल में इस महान कार्यमें सहयोग देने का एवं उसके साक्षी बनने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।
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SAMARPAN - DEDICATION