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Age.
Remarks.
हेमचन्द्रः
(96)
-भवभावना ..... |Begins
|| नमिण नमिरसुरवर ॥ Ends
भवभावणावररयणावलीए कीरर्ड अलंकारो इति श्रीहेमचंद्रसूरिविरचिता भवभावना समाप्ता॥ कर्मस्तवः -कर्मविपाकः -सयगम् -सत्तरी
ऋषिमंडलम्
-ज्झाणसयम् १६२ दशवैकालिकसूत्रम् १६३ वीतरागस्तोत्रम् ... १६४ | भक्तामरस्तोत्रवृत्तिः ...... |Begins
॥ई नमो वीतरागाय ॥ वृत्ति भक्तामरादीनां स्तवानां वच्मि यथोचितम् ॥ संक्षेपान्मुक्तिलाभाय मुखबुद्धिप्रबुद्धये ॥१॥ Endsपुष्पकलिता च कठे गलप्रदेशे वियते ।। श्रीखंडेलगछसंबंधिश्वेतांबरश्रीशांतिसूरिविरचितमानतुंगाचार्यकविकृतभकामराख्यसूत्रवृत्तिः परिसमाप्ता ।।
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हेमचन्द्रः शान्तिसूरिः । २९
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