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________________ १२९ | उपदेशरत्नमाला -गौतमपृच्छा उत्तराध्ययनलघुवृत्तिः १२७ । मृगावतीकथा ......... १२८ | पल्योपमोपवासविधिः ...... Ends श्रीमदृषभजिनेन भाषितः पल्योपमोपवासविधिः समाप्तः संवत् १२१० : दशकालिकवृत्तिः ..... Ends भवांबुधेः समुल्लंघ्य ते यांति पदमव्ययमिति ॥ संवत् १२०० १३० | ---- मालपगरणकहा..... Ends सालिभद्दसूरीण सिस्सेहिं ३ सिरिजिणभद्दमुर्णिदेहि सुहयकरोविवरणानुसारण----मालपगरणकहा समासर्ड एसा ४ चत्तारि साहियवारसवरिस एम विक्कमर्ड निपनोमव--------- १ त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्रम् .... १३२ कल्पसूत्रम् ......... णिमिपवज्जसूत्तम्..... |Beging चइजण देवलोगा उववन्नो माणुसम्मि लोयम्मि || उवसंतमोहणिज्जा Ends एवं करेंति सुबुद्धा पांडिया पविचख्खणा || विजय भोगेसु जहा से नेमिरायरिसित्तिबे मि ।। णिमिपब्वज्जमुत्न सम्मत्तम् ।। ६२॥ ( 88 )
SR No.007578
Book TitleOperation In Search of Sanskrit Manuscripts in Mumbai Circle 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorP Piterson
PublisherRoyal Asiatic Society
Publication Year1883
Total Pages275
LanguageEnglish
ClassificationBook_English & Catalogue
File Size115 MB
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