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परमगुरुशास्त्राविशारद जैनाचार्यश्रीविनयधर्मसूरिभ्यो नमः ।
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तेरापंथी-हितशिक्षा।
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लेखक,
मुनिराज विद्याविजय।
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प्रकाशक,
अभयचंद भगवान् गांधी.
धी “विद्या विजय" प्रिन्टिंग प्रेसमें शाह पुरुषोत्तमदास गीगाभाई पांचभायाने मुद्रित किया-भावनगर.
वीर सं० २४४२।
सन् १९१५।