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सर्वाग सुन्दर अनन्य शिल्पकलावतार अर्बुदाचलस्य श्री विमल सनि देलवाड़ा
दक्षिण
• उत्तम कोरदार देव कुलिकायें
- सुन्दर "
★ साधारण
पच्छिम
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मूल भारा
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देवकुलि कामों की गणना सिंहद्वार दक्षिण से प्रारंभ होती है सांकेतिक चि
| A देवकुलि कार्यों के उपर शिवर
तोरण
• देवकुलि कामे कि मध्यकासाधारण 0 गुंबज (छत्र के उपर)
अनि सुन्दर स्तंभ - दिवार
हस्ति शाला पूर्व
उत्तर
# देवकुलिका की द्वारशाखा साधारण स्तंभ