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आगम संबंधी साहित्य
नन्दी-आदि-सप्तसूत्राणि-गाथा-अकारादि
[ए-कार ] मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलिता नन्दी-आदि गाथा-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य)
प्रत
सूत्रांक
नं.अ.आ.
६७७७मत्रावनु
क्रमः
देखीए
द.पि.उ.
॥२०॥
दीप क्रमांक के लिए देखीए
एकेकीय रिसाए एकेके चउभंगो एकेको य सयविहो
एक्केण कयमकर्ज |एको घरेइ भाणं |एको व जहनेणं एक्को व दो व तिन्निव एग एव परे लाढे एगो विरई कुजा एगओ संवसिचाणं एगाजपवन्नाणं एगकजपवन्नाणं एगखुरा दुखुरा चेव एगग्गमणसंनिभंते!
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५६१ एगग्गस्स पसंतस्स ५६८ एगच्छत्तं पसाहित्ता ७५९ एगट्ठा एयवंजण १८५ एगढियाणि तिण्णि उ
एगत्तं च पुहुत्तं च ४०१ एगत्ते जह मुडिं ४. ६१७ एगत्तेण साइया ७ ६६* एगस्थ होइ भत्तं . ११३६* एगद्गतिगचउक . ४६६* एगनिक्खमणं चेव
८५५* एगपएसोगाढं . ८६१* एगपणअद्धमासं . १५५३* एगप्पो अजिए सत्तू . ३९ एगबहूसमणुण्णाण
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३ ६९३ एगम्भूजओ अरने वा
५८९० एगमुगुंवा तूरं एग ६ १३० एगया अचेलए होई ३ १२९ एगया खत्तिओ होइ १०७३७ एगया देवलोएसु.
१०४८ एगरस एगवणे ७ १४३८* एगविहमणाणता ४ २५२ एगविहमनाणता
३१६ एगविहं दुविहेणं १२१६ एगविहाइ वसविहो ४४ एगस्स खीरभोअण. १६६ एगस्स माणजुत्तन ८६९* एर्ग किर छम्मासं दो ८१ एग डसह पुच्छंमि
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१४५९०
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'सवृत्तिक आगम
सुत्ताणि
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१०४७*
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