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आगम
संबंधी
अंग-सूत्रादि-अकारादि
[ ज-कार]
साहित्य
प्रत
सूत्रांक
यहां
देखीए
दीप
क्रमांक के लिए देखीए
८आ. ९स. सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्राद्या सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्रायः सूत्राचादि. सूत्रे. सूत्राद्यक
सूत्राच१४ उपा. १०स्थाअभक्खाति तस्स णं कह
८ १६८नि. जे मायरं च पियरं च हिजा९ ४०३७
४१५ अंत११ स.
प्पगारा कम्मा०१ १२ २११ जे वायरपअत्ता पयरस्स/ ८१०९नि. जे मायर वा पियरं च हिजा९ ३८५७ अनु. १२ म. जे णेहं णिब्बए भिक्खू ९४५९%
८१४५नि. जे माहणो खत्तिय जायए वा९ ५६६७१६प्रश्न. जे तिब्बप्परिणामा ८ २०३नि जे बायरपत्ता पलिअस्स ८ १२०नि. जे य दाणं पसंसति ५१६४ाराव जे ते उ वाइणो एवं ९ १४* जे बायरे विहाणा पज्जत्ता ८ ७९नि. जे य युद्धा अतिकता ९ ५३२७ जे दीहलोगसत्थस्स ८ ३३ जे भासवं भिक्खु सुसाहुवादी९ ५६९ जे य बुद्धा महाभागा ९ ४३३* | जे देवा उड्डोववनगा १० ७७ जे भिक्खू अचेले परिसिए ८ २२० जे या बुद्धा महाभागा ९ ४३२* जे धम्मलद्धं विणिहाय भुजे ९ ४०१७ /जे भिक्खू एगेण वत्थेण ८ २१५ जे यावि अ णायगे सिया ११३० जे धम्म सुद्धमक्खंति ९ ६२५* जे मिक्ख तीहिं वत्थेहिं ८ २०८ जे यावि तसे पाणे ११ २१५ | जे नायगं च रखस्स ११ ३९ | जे भिक्खू तीहिं वत्थेहिं ८ २९३ |जे यावि पुट्टा पलिउंचयंति ९ ५६०* भाजे पमचे गुणट्ठीए ८ ३५ जे ममाइयमई जहाइ ८ ९९ | जे यावि पहुस्सुए सिया ९ ९५४ ||जे पुन्बुढाइ नो पच्छानिवाई ८ १५३ जे मंदरस्स पुब्वेण ८ ४९नि. जे याविषीओदगभोति मिक्खु९ ६७८७ ।
| ॥६ ॥ |जे वायरपज्जत्ता पयरस्स ८ ८६ ।जे मायरं च पियरं च १ २४७२ जे यावि अंजंति तहप्पगारं ९ ७०७%
ARRIOR
ALMERGAON
'सवृत्तिक आगम
सुत्ताणि
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