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श्री तत्त्वज्ञान तरंगिणी विधान
धर्मोपदेशामृत विधान एवं कार्तिकेयानुप्रेक्षा विधान का लोकार्पण करने के पश्चात्
परम आदरणीय महामहिम राष्ट्रपति श्री डा. शंकर दयाल शर्मा पीछे श्री विनय कुमार जैन देहरादून, श्री मनोज कुमार फिरोजाबाद जैन एवं लेखक
चित्र २८-५-९७