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Dvyāśra yakāvya
upamāna
verse No.
V.113 XV.65
upameya योद्धापेषण गलन कान्ता शुकपिच्छ जल जयसिंह दण्डधार
XVII.134
तिलमाषपेषण जातुषगलन परिखा नीलच्छत्र इक्ष कर्णधार, तरी
III.45
IV.13 XI.53
Social
XVII 104
वर्ग ब्राह्मण
III.98
पिता
प्रभा सुभट राजा प्ररिक्षय निषेव्या नदी भट रणशोण्ड
पतिघ्नीकन्या रजस्वलास्त्री
XX. 45 XI.46 XVI.65
वृषली
IV.67
जय
अक्षधूर्त द्यत श्मशान
V.72 XII.76 VI.64
रण
Dance
I.180
III.37
केकीनर्तन भटभ्र कुटि सेनाहनन
रङ्गाचार्य नटनर्तन नर्तकी अजाहनन
V.4 V.10
(g) FOOD AND DRINKS
भोज्यतिक्त पोदनपेषण श्राणिका
क्रोध शत्र पेषण सपत्नी
v.94
VI.81
XVII.41
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