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मन्त्र की साधकता : एक विश्लेषण : (363)
ट (टी), ओ आदि वर्णों के कारण तथा णकार के समान प्रशस्त वर्णों के अभाव के कारण उसमें व्यक्त मन्त्रों की वर्णित साधक क्षमता में कमी होती है। इस अनुवाद में कुछ शब्दों को बदलकर (जैसे 'आई बो' के बदले 'बोइंग्स') साधक क्षमता में कुछ सुधार संभव है, पर इच्छित सामर्थ्य कठिन ही प्रतीत होता है। फलतः यह कमी मन्त्र-जप की संख्या को बढ़ाकर ही पूरी की जा सकती है। ऐसा प्रतीत होता है कि इस मन्त्र के समान ही अन्य मन्त्रों के अंग्रेजी अनुवाद की साधक क्षमता भी इसी प्रकार की होगी।
सारणी 2 : णमोकार मन्त्र की साधकता का विवरण ण शान्ति, शक्ति ण शान्ति, ण शान्ति ण शान्ति, ण शान्ति शक्ति
शक्ति शक्ति
शक्ति म सिद्धि, सन्तान म सिद्धि, म सिद्धि, म सिद्धि, म सिद्धि, सन्तान
सन्तान सन्तान
सन्तान ओ अनुदात्त ओ अनुदात्त ओ अनुदात्त ओ अनुदात्त ओ अनुदात्त अ सर्व शक्ति स सर्वसाधक आ धन, आशा उ अदभुत ल लक्ष्मी, कल्याण
शक्ति र शक्ति, वृद्धि इ मृदुकारी य शांति, व विपत्ति ओ अनुदात्त
साधक
सिद्धि निवारक इ मृदुकारीसाधक द आत्म र शक्ति, ज रोगनाश, ए निश्चल
शक्ति वृद्धि
सिद्धि ह मंगल साधक घ सहयोगी इ मृदु-कारी झ शक्ति स सर्वसाधक
साधक
संचार न् आत्म शक्ति आ धन, आशा य शान्ति य शान्ति, व विपत्ति
सिद्धि सिद्धि निवारक त सर्व सिद्धि ण शान्ति, आ धन, आशा आ
आ
धन, ब विपत्ति शक्ति
आशा निवारक आ धन, आशा म्। सिद्धि, ण शान्ति शान्ति, स सर्वसाधक
संतान शक्ति शक्ति ण शान्ति, शक्ति -
म् सिद्धि, सिद्धि, आ धन, आशा
संतान संतान म् सिद्धि संतान - -
ह मंगल साधक ऊ विघटन ण शान्ति, शक्ति
म् सिद्धि, संतान सारणी 3 : गायत्री मन्त्र की साधकता का विवरण
लम
ल
अनुदात्त सिद्धि, सन्तान सात्विक विरोधी विघटन
साधक अनुदात आत्म शक्ति निश्चल
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