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अनाहत चक्र द्वादशदल पद्म
पीता
सुषुम्ना
वज्रा
चित्रिणी ब्रानाडी
गांधारी
निमीनाय समी
नीता
ध्यानफल : वचन रचनामे समर्थ योगीश्वर ज्ञानवान इन्द्रिय जित बनते है
आज्ञाख्य चक्र
द्विदल पद्म
चक्रस्थान हृदय
सुषुम्ना
वज्रा
चित्रिणीब्रह्मनाडी
शांतिनाव
शारदा
tion International
चक्रस्थान नेत्र
क्ष
निर्वाणदेवी
विशुद्धाख्या चक षोडशदल पद्म
SEVEN
ध्यानफल : वाक्य सिद्धि
सीता
OF
हस्ति जिह्व
श्रीरवती
(CHAKRAS)
अमृत
ENERGY CENTRES
HUMAN BODY
सुषुम्ना
वज्रा
चित्रिणी-ब्रह्मनाडी
कुमारीका
स्वामी
चक्रस्थान कंठ
शून्य चक्र सहस्रदल पद्म
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अशमारिका
तिनक
ध्यानफल : उत्तम वक्ता, काव्य रचनामा समर्थ शांत चित्त आरोग्यवान बनते है
भाविका
बाला
सरस्वती
तितका
चक्रस्थान मगज
• ध्यानफल : आकाशगामी समाधि युक्त महातपस्वी होते है
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